• 29 Mar, 2024

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वेद समझने के दस सूत्र

ऋग्वेद कदाचित् मानवजाति का प्राचीनतम साहित्य हैं। समस्त भारत दर्शन, विश्व के धर्म व साहित्य उनसे अत्यंत प्रभावित हुए हैं किंतु उनका मूल अर्थ हम भारतीय ही भूल गए। यह आधारभूत अर्थ है उनका आध्यात्मिक ज्ञान व अनुभव, उनका मांत्रिक काव्य। इसी गहन बोध को आधुनिक काल में स्वामी दयानंद व उनके पश्चात श्री अरविंद ने पुनः उजागर किया। यहाँ हम उनके विवेचन व भाष्य से प्रेरित अनुवाद व विश्लेषण प्रकाशित कर रहे हैं।

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The Satyameva Dialogues (5)

The Satyameva Dialogues consist of a series of conversations with various teachers and practitioners of Vedanta and spiritual Yoga. The present series is a dialogue on the Bhagavad Gita recorded over a period of several months.

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'आरोविल' - सच होता हुआ एक ख़ूबसूरत स्वप्न 

हर जगह पहुँचना भी संभव नहीं, परंतु ज्ञान बढ़ाने और अच्छी जानकारी प्राप्त करने के बहुत से साधन हैं। अच्छा हो कि दूसरों को जानने से पहले अपने परिवार को जानें। और सारा भारत ही हमारा परिवार ह...

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ऋग्वेद प्रथम मण्डल सूक्त तीन का अनुवाद व विवेचन

ऋग्वेद कदाचित् मानवजाति का प्राचीनतम साहित्य हैं। समस्त भारत दर्शन, विश्व के धर्म व साहित्य उनसे अत्यंत प्रभावित हुए हैं किंतु उनका मूल अर्थ हम भारतीय ही भूल गए। यह आधारभूत अर्थ है उनका आध्यात्मिक ज्ञान व अनुभव, उनका मांत्रिक काव्य। इसी गहन बोध को आधुनिक काल में स्वामी दयानंद व उनके पश्चात श्री अरविंद ने पुनः उजागर किया। यहाँ हम उनके विवेचन व भाष्य से प्रेरित अनुवाद व विश्लेषण प्रकाशित कर रहे हैं।

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